शालिनी स्कूल से आते ही अपना पर्स टेबल पर रख कर बिस्तर पर गिर पड़ी । और उसकी आंखों से निकलने वाले आंसु जो तकिए पर झरनें की तरह गिर रहे थे को पोंछते हुए वह अतित की यादों में खो गई। उसका भी हंसता खेलता परिवार था।उसे समझने वाला उसका पति मिहिर और सास, ससुर, देवर, ननद पूरा परिवार पर इन रिश्तो की उम्र सिर्फ 7 महीने ही थी। पर इन सब में किसका दोष था वह खुद ही आज अपनी इस अकेलेपन की जिम्मेदार थी।
नमस्ते दोस्तो, दोस्तों मैंने stch.me पर अपना अकाउंट बनाया इसका सिर्फ एक कारण हैं और वो है मेरा passion. मैं एक कॉलेज स्टूडेंट हूं मैंने सिर्फ इस सोच के साथ ही था मेरा अकाउंट बनाया ताकि में अपने passion को ऑनलाइन earning में बदल दू और कम से कम मेरा खर्च में खुद उठा सकूं। So please अगर आपको मेरी लिखी कहानी पसंद हो तो मुझे follow करें।
Thanks stch.me site for give me opportunity.
Write a comment ...