Online Earning
Friends, did not get to write anything for a long time, so thought that what they saw, they start writing unheard slavery.
Friends, did not get to write anything for a long time, so thought that what they saw, they start writing unheard slavery.
कुछ वक्त पहले की बात है, मोहल्ले की गली से गुजरते हुए मैंने राम बाबू को घर के चबूतरे पर बैठे मंद मंद मुस्कुराते हुए पाया।
शालिनी स्कूल से आते ही अपना पर्स टेबल पर रख कर बिस्तर पर गिर पड़ी । और उसकी आंखों से निकलने वाले आंसु जो तकिए पर झरनें की तरह गिर रहे थे को पोंछते हुए वह अतित की यादों में खो गई। उसका भी हंसता खेलता परिवार था।उसे समझने वाला उसका पति मिहिर और सास, ससुर, देवर, ननद पूरा परिवार पर इन रिश्तो की उम्र सिर्फ 7 महीने ही थी। पर इन सब में किसका दोष था वह खुद ही आज अपनी इस अकेलेपन की जिम्मेदार थी।.
आज क्लास रूम में बड़ी खुशी का माहौल था टेबल, स्टूल, ब्लैकबोर्ड, डस्तर, दरवाजे और खिड़कियां सब खुश हैं| और खुश होंगी भी क्यों नहीं 2 महीने बाद बच्चे कल से स्कूल जो आने लगेंगे।.
मेहनत का कोई विकलप नहीं होता।
यह वाकया उस समय का है जब मैं दसवीं क्लास में था। हमारी स्कूल में हर शुक्रवार को प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम होता था। अध्यापक बच्चों से सवाल पूछते जो सही बताता वह बैठ जाता और जो गलत बताता वह मुर्गा बन जाता।.
बाद का एक ही मतलब होता है और वो है, कभी नहीं।